Friday 25 November 2016

Ready to Move in Apartments at Jaypee Kosmos:

At the time of demonetisation, people are waiting of reducing the price and the interest rate of home loan.  In such situation people are searching ready to move in apartments because people can start living there. Jaypee Kosmos at Jaypee Wish Town is a suitable option for such customers.


Friday 18 November 2016

नोटबंदी का असर: NCR में प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे सही समय

अगर आप अपार्टमेंट खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस वक्त NCR क्षेत्र में प्रॉपर्टी खरीदना सही निर्णय साबित हो सकता है। रियल एस्टेट विशेषज्ञों के मुताबिक थोड़े वक्त के लिए लग्जरी और सेकंडरी या री-सेल अपार्टमेंट की कीमतों में गिरावट आ सकती हैं। हालांकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे शहरों में अफॉर्डेबल फ्लैट्स के दामों में ज्यादा परिवर्तन होने वाला नहीं है। रियल एस्टेट पर नोटबंदी के तत्काल प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए गुड़गांव बेस्ड रियल एस्टेट एक्सपर्ट कंपनी कोलीर्स इंटरनैशनल इंडिया ने यह रिपोर्ट जारी की है।

कंपनी के नैशनल डायरेक्टर अमित ओबेरॉय ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद तत्काल कुछ समय के लिए अपस्फीति की स्थित तो स्वाभाविक थी। ओबेरॉय ने कहा, 'पैसे की कीमत बढ़ी है और वित्तीय घाटा कम करने के लिए खर्च पर अंकुश लग रहा है इसलिए कुछ समय के लिए बाजार में ठहराव भी आएगा।' उन्होंने बताया कि इस वजह से आने वाले तीन महीनों में रियल एस्टेट या जमीन की खरीद-फरोख्त में कमी आएगी। ऐसा इसलिए भी होगा क्योंकि रियल एस्टेट कंपनियां अपने 'ब्लैक मनी' को ठिकाने लगाने में व्यस्त हो जाएंगीं।
 Jaypee Wish Town


ओबेरॉय के मुताबिक रियल एस्टेट प्लेयर 'वेट ऐंड वॉच' की रणनीति अपनाएंगी जिस वजह से इतनी जल्दी दामों में बहुत कमी भी नहीं आएगी। डिवेलपर्स को हालांकि नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि मुद्रा का प्रवाह धीमा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ए ग्रेड के डिवेलपर्स हालांकि प्राइमरी सेल्स में कैश कम लेती हैं। इसलिए उन्हें नोटबंदी से नुकसान की संभावनाएं कम हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन से 12 महीने के थोड़े समय के लिए रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट आएगी और ब्याज दरें भी कम होनी शुरू हो जाएंगी। ओबेरॉय ने कहा, 'खरीददारों के लिए रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट तो आएगी लेकिन ऐसी स्थिति नहीं आएगी जिससे अनिश्चितता फैल जाए। हमें उम्मीद है कि सेंकडरी मार्केट में कुछ संपत्ति फाइनैंशल स्ट्रेस की वजह से सस्ती होगी।'
Source:navbharattimes.indiatimes dated : 19/11/2016